
प्लेटलेट्स की कमी: कारण, लक्षण, इलाज और तेजी से बढ़ाने के घरेलू उपाय
क्या आपके शरीर पर बिना वजह नीले निशान बन रहे हैं या मामूली कट से भी खून रुक नहीं रहा? यह संकेत हो सकते हैं प्लेटलेट्स की कमी के। प्लेटलेट्स हमारे शरीर के खून को थक्का बनाकर बहने से रोकते हैं। जब इनकी संख्या घट जाती है, तो शरीर संक्रमण, ब्लीडिंग और थकान जैसी गंभीर समस्याओं का शिकार हो सकता है।
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे — प्लेटलेट्स क्या होते हैं, इनकी कमी के लक्षण, मुख्य कारण, घरेलू उपाय और डॉक्टर द्वारा सुझाए गए मेडिकल इलाज। यह जानकारी न केवल आपकी सेहत को सुधारने में मदद करेगी, बल्कि आपके अपनों की सुरक्षा के लिए भी जरूरी है।
प्लेटलेट्स क्या होते हैं?
प्लेटलेट्स (Platelets) रक्त में मौजूद छोटी-छोटी कोशिकाएं होती हैं, जिन्हें थ्रोम्बोसाइट्स भी कहा जाता है। इनका मुख्य कार्य खून को बहने से रोकना और क्षतिग्रस्त टिशू को जल्दी भरना होता है। जब शरीर में किसी कारण कट या चोट लगती है, तो प्लेटलेट्स वहां सक्रिय होकर थक्का बनाते हैं और ब्लीडिंग को रोकते हैं।
सामान्य प्लेटलेट्स की मात्रा:
एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्लेटलेट्स की सामान्य मात्रा 1,50,000 से 4,50,000 प्रति माइक्रोलीटर होती है।
- 1,50,000 से कम होने पर स्थिति को Thrombocytopenia कहा जाता है।
- 4,50,000 से अधिक होने पर इसे Thrombocytosis कहते हैं।
प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण (Symptoms of Low Platelets)
प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण धीरे-धीरे सामने आते हैं, जिन्हें समय रहते पहचानना बेहद जरूरी है:
- छोटी चोट से भी अधिक खून बहना
- नाक या मसूड़ों से बार-बार खून आना
- स्किन पर नीले, बैंगनी या लाल चकत्ते (Petechiae)
- पेशाब या मल में खून आना
- पीरियड्स में अत्यधिक ब्लीडिंग
- थकान, कमजोरी और सिरदर्द
- अंदरूनी ब्लीडिंग की आशंका — जिसमें ब्लैक स्टूल या उल्टी में खून आ सकता है
यदि उपरोक्त लक्षण लगातार दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
प्लेटलेट्स कम होने के मुख्य कारण (Causes of Low Platelets)
- डेंगू, मलेरिया या चिकनगुनिया जैसे वायरल संक्रमण
- बोन मैरो की बीमारी (जैसे ल्यूकेमिया, अप्लास्टिक एनीमिया)
- फोलिक एसिड, आयरन या विटामिन B12 की कमी
- कीमोथेरेपी या अन्य दवाओं के साइड इफेक्ट
- लीवर की बीमारी (जैसे सिरोसिस)
- ज़्यादा शराब पीना
- गर्भावस्था में हार्मोनल बदलाव
- HIV/AIDS या ऑटोइम्यून रोग
प्लेटलेट्स बढ़ाने के घरेलू उपाय और आहार (Natural Remedies to Increase Platelets)
- पपीता और इसके पत्ते:
पपीते के पत्तों का रस प्लेटलेट्स को तेजी से बढ़ाता है। दिन में 2 बार इसका सेवन करें।
- चुकंदर:
इसमें भरपूर मात्रा में आयरन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करते हैं।
- कीवी और संतरा:
विटामिन C से भरपूर ये फल इम्युनिटी को मजबूत करते हैं और प्लेटलेट्स को नेचुरल रूप से बढ़ाते हैं।
- अनार:
आयरन का बेहतरीन स्रोत है, जो शरीर में खून की मात्रा बढ़ाने के साथ प्लेटलेट्स को भी सुधरता है।
- नारियल पानी:
शरीर को हाइड्रेट रखने के साथ-साथ यह इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है, जो रिकवरी में सहायक है।
- पालक और ब्रोकली:
फोलेट और विटामिन K से भरपूर ये हरी सब्जियां प्लेटलेट्स निर्माण में मदद करती हैं।
हेल्दी लाइफस्टाइल टिप्स (Lifestyle Tips to Manage Platelets)
- ज्यादा पानी पिएं, शरीर को हाइड्रेट रखें
- शराब और धूम्रपान से बचें
- तले-भुने और प्रोसेस्ड फूड से परहेज़ करें
- पर्याप्त नींद लें (कम से कम 7-8 घंटे रोज़ाना)
- तनाव से बचें, मेडिटेशन और योग करें
- डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवा न लें
- नियमित ब्लड टेस्ट करवाते रहें
मेडिकल इलाज (Medical Treatment for Low Platelets)
अगर प्लेटलेट्स बहुत कम हो जाएं (50,000 से नीचे), तो मेडिकल ट्रीटमेंट जरूरी होता है। डॉक्टर द्वारा सुझाए जा सकने वाले इलाज:
- प्लेटलेट ट्रांसफ्यूजन: सीवियर केस में तुरंत प्लेटलेट्स चढ़ाना पड़ता है।
- कोर्टिकोस्टेरॉइड दवाएं: शरीर की इम्यून प्रतिक्रिया को संतुलित करने के लिए।
- इम्यूनोग्लोब्युलिन थेरेपी (IVIG): खासकर Autoimmune कारणों से प्लेटलेट्स कम होने पर।
- स्प्लीन सर्जरी: बहुत गंभीर मामलों में ऑप्शन हो सकता है।
- बोन मैरो ट्रांसप्लांट: यदि समस्या बोन मैरो से जुड़ी हो तो।
ध्यान रखें, किसी भी इलाज से पहले सही डायग्नोसिस और डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य है।
निष्कर्ष (Conclusion):
प्लेटलेट्स की कमी एक गंभीर स्थिति है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। यह ना केवल आपके शरीर की हीलिंग क्षमता को कमजोर करता है, बल्कि जानलेवा संक्रमणों का भी कारण बन सकता है। अगर आप समय रहते इसके लक्षण पहचान लें, सही खानपान अपनाएं और ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर से परामर्श लें, तो इस स्थिति से निपटना काफी आसान हो सकता है।
आपकी सेहत आपकी जिम्मेदारी है — इसलिए शरीर के छोटे संकेतों को भी गंभीरता से लें और समय रहते जरूरी कदम उठाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. प्लेटलेट्स कितने हो जाएं तो खतरा है?
अगर प्लेटलेट्स 20,000 से नीचे चले जाएं तो यह जानलेवा हो सकता है। तुरंत इलाज जरूरी है।
Q2. क्या सिर्फ पपीता खाने से प्लेटलेट्स बढ़ सकते हैं?
नहीं, पपीता मदद करता है लेकिन संतुलित डाइट और मेडिकल सलाह भी जरूरी है।
Q3. क्या प्लेटलेट्स की कमी हमेशा डेंगू से होती है?
नहीं, इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे वायरल संक्रमण, विटामिन की कमी या बोन मैरो डिसऑर्डर।
Q4. प्लेटलेट्स कितने दिनों में बढ़ जाते हैं?
अगर खानपान और इलाज सही हो, तो 3-7 दिन में सुधार देखा जा सकता है।