Skip to main content
Press Release

डॉ रवि शेखर झा, डायरेक् टर एवं यूनि ट हैड पल् मोनो लॉजी, फोर्टिस एस् कॉर्ट्स हॉस् पीटल फरी दाबाद

Fortis Escorts Hospital, Faridabad Apr 03, 2023

कुछ महीनों की चुप् पी के बाद, भारत के कुछ हि स् सों में कोवि ड-19 के मामले फि र बढ़ रहे हैं। दुर्भाग् यवश, फ्लू,
h1n1, h3n2 और बदलते मौसम की वजह से होने वाली एलर्जी के मामलों में तेजी आयी है और इनके लक्षणों
की अलग-अलग पहचान कर पा ना भी मुश्कि ल है।
कोवि ड-19 के लक्षण अलग-अलग लोगों में अलग होते हैं, जबकि कई बार तो कोई लक्षण ही नहीं दि खायी
देता । कोवि ड-19 के सा मान् य लक्षणों में नि म् न शामि ल हैं-
बुखार या कंपकंपी महसूस होना
खांसी
सां स फूलना या सां स लेने में कठि ना ई
थकान
मांसपेशि यों या शरी र में दर्द
सि रदर्द
स् वाद या गंध महसूस न होना
गले में दर्द
छा ती या गले में जमाव, ना क बहना
मि तली या उल् टी आना
डायरि या
ये लक्षण हल् के या गंभीर भी हो सकते हैं, कुछ लोगों में लक्षण गंभीर होकर नि मोनि या या एक् यूट रेस्पि रेट्री डि स्
ट्रेस सिंड्रोम, अथवा मल् टी पल ऑर्गेन फेलि यर का कारण भी बन सकते हैं। यहां यह जानना जरूरी है कि कुछ
लोगों को कोवि ड-19 बि ना कि सी लक्षण के भी हो सकता है, यही कारण है कि सभी को स् वास् थ् य अधि कारि यों
द्वारा जारी दि शा-नि र्देशों का पा लन करना चाहि ए, जैसे कि मास् क का प्रयोग करें, सो शल डि स् टेन्सिं ग अपना एं,
बार-बार हाथों को सा बुन से धो एं ता कि वायरस के संक्रमण से बचाव हो सके। अगर आपको उपर्युक् त में से
कि सी भी लक्षण दि खायी दें तो मेडि कल सलाह लें और कोवि ड-19 की जांच करा एं।
हमें यह भी नहीं भूलना चाहि ए कि कोवि ड-19 के अधि कांश मामले बि ना कि सी इलाज या हस् तक्षेप के खुद-ब-
खुद ठीक भी हो जाते हैं, खासतौ र से भारत में मौजूदा समय में फैल रहा वेरि एंट इसी तरह से ठीक भी हो रहा
है। लेकि न जि न लोगों की कमज़ोर इम् युनि टी है उन् हें हल् का-सा संक्रमण भी परेशान का सकता है या कई बार यह
घातक भी सा बि त हो सकता है। इंफेक् शन को घातक होने से रो कने का एकमात्र उपा य वैक् सी नेशन (टी काकरण)
है। अब तक, वैक् सी न की सि र्फ ती न डोज़ ही काफी बता यी जा रही हैं और चौथी खुरा क की फि लहाल आवश्
यकता नहीं है।
जैसा कि हम जानते हैं, कोवि ड वैक् सी न हमें फ्लू से नहीं बचाती और इसी तरह, फ्लू वैक् सी न से कोवि ड से
बचाव में मदद नहीं मि लती । इसलि ए दोनों वैक् सी न लेना महत् वपूर्ण है। चूंकि ये दोनों ही इंफेक् शंस अलग-अलग
वायरस के कारण होते हैं, इसलि ए इनका उपचार भी बि ल् कुल अलग होता है। यानि , यह जानना जरूरी होता
है कि प्रभावि त व् यक्ति कि स इंफेक् शन से पी ड़‍ि त है।
कोवि ड-19 और फ्लू (इंफ्लुएंज़ा) दोनों ही श् वसन रो ग हैं जो अलग-अलग वायरस से फैलते हैं, और इनके
लक्षणों, प्रसा र तथा रो ग की गंभीरता में भी कुछ अंतर होता है।
कोवि ड-19 संक्रमण नॉ वल कोरो ना वायरस (SARS-CoV-2) से फैलता है जबकि फ्लू का कारण इंफ्लुएंज़ा
वायरस है।
प्रसा र: कोवि ड-19 संक्रमण फ्लू के मुकाबले काफी आसा नी से फैलता है और यह उन लोगों द्वारा भी फैल
सकता है जि नमें इसके लक्षण दि खायी नहीं देते। फ्लू आमतौ र से लोगों की खांसी , छीं क और बात करने के
दौरा न नि कलने वाले ड्रॉपलैट्स से फैलता है।
लक्षण: कोवि ड-19 और फ्लू दोनों के ही कुछ लक्षण एक समान होते हैं, जैसे कि बुखार, खांसी और थकान
महसूस होना । लेकि न कोवि ड-19 में स् वाद और गंध महसूस न होना भी एक लक्षण हो सकता है जबकि फ्लू में
आमतौ र से ऐसा नहीं होता । फ्लू की वजह से शरी र में दर्द होता है जबकि कोवि ड-19 में ऐसा प्राय: कम होता
है।
गंभीरता : कोवि ड-19 की वजह से रो ग की गंभीरता कई बार फ्लू से भी ज् यादा होती है, खासतौ र से बुजुर्गों
और पहले से कि सी पुरा ने रो ग से ग्रस् त मरी ज़ों में यह ज् यादा तकलीफदेह सा बि त होता है।
वैक् सी न: कोवि ड-19 वैक् सी न अपेक्षाकृत नई होती हैं, जबकि फ्लू वैक् सी न पि छले कई वर्षों से उपलब् ध हैं।
लेकि न ये दोनों वैक् सी न रो ग की गंभीरता कम करने और अस् पता ल में भर्ती होने की मजबूती से भी बचाव
करती हैं, जबकि कोवि ड-19 वैक् सी न गंभीर रो गों और मृत् यु से बचाव करने में काफी कारगर पा यी गई हैं।
उल् लेखनी य है कि कोवि ड-19 और फ्लू के लक्षण एक जैसे होते हैं, रो ग की पुष्टि करने का एकमात्र तरी का यही
है कि आप कोवि ड-19 की जांच करवाएं। यदि बीमारी का कोई लक्षण दि खायी दे रहा है तो स् वास् थ् य
अधि कारि यों द्वारा समय-समय पर जारी नि र्देशों का कड़ाई से पा लन करें और मेडि कल सलाह/उपचार लें।
कोवि ड मामलों में मौजूदा वृद्धि का कारण Xbb.1.16 वेरि एंट है जि समें एक अति रि क् त प्रोटी न म् युटेशन की
वजह संभवत: उसे इम् यून तंत्र से बचाव मि ल जाता है। आम लोगों में यह गलत धा रणा है कि वैक् सी नेशन से
उनका नए संक्रमणों से बचाव होता है। यह गलत है, केवल कोवि ड समुचि त व् यवहार का पा लन कर ही आप
कोवि ड से अपना बचाव कर सकते हैं। वैक् सी नेशन के चलते आपको सा धा रण कोवि ड इंफेक् शन को जटि ल होने
से सुरक्षा मि लती है।
हाल के दि नों में कोवि ड के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनज़र, यह जरूरी है कि हम कोवि ड से बचाव की दृष्टि से व्
यवहार करें और वैक् सी नेशन अभि यान में भी तेजी लाएं।

Quick Enquiry Form

barqut

Keep track of your appointments, get updates & more!

app-store google-play
Request callback